रहा यहाँ पारापिता
चार साल भोईल मोरे साधी के
छोड़ो लाना काम आपो राधी के
चार साल भोईल मोरे साधी के
छोड़ो लाना काम आपो राधी के
बापत लल के उन्हें अंदाज चलता
जो इसे काल ही चलती रहे
ओइसे आज चलता
रोणदारी से कोले जा
रंग बाज चलता
और ना जना दे
हम ता सुचनी सुधर गईला
बाकिता वो ये भिगड गईला
साथी बतावाए जानू
कवन के संगत में पड़ गईला
सब छूट जाई भाले मारी धारे ना छूटी
जानी दिल में समन बहरा राज चलाता
जो इसे काल ही चलाती रहे वो इसे आज चलाता
रहंग दारी से कोरे जा रहंग बाद चलाता
जनले
अपन जनगी बिगाड लेवा दो सरा के तुका लेवा
बंडा गर्दी के चकल में कहीं ओ जनवो गवा देवा
जब तु बिया को ये लेले तब का पूछता है
अभी से खी रहो भी बारे जो बोले साथ ये गोरी
छेडी पोरा मधिके के कौर बाया वकात ये गोरी
रोज माडर कर के काम काज चलाता
जो ही से काल ही चो लोत रहे ऐसे आज चो लोता
रहंगारी से को रेजा रहंगारी से चो लोता