रंगा है एक तुझे का नाम बिल्ला है
काली बहाडी पे कंकालों का एक खिला है
नीजे आते है रोज रात मार काट का रूटिन
कली महले में ये बाटे देशत की अफिन
नफरती कोई लोगे सियासी बुटे से गिंगे
दागत की लालच में जमीर नंगे होके बेचेंगे
पैसे की इपादत इंसानियत की शहादत
प्रमार की प्राण लेके जूटे तत्यों की देदावत
शरावत का चूगा पैम के मांगे वेरोधी का चन्ना
परीबी की गोधी में वैट के करते हैं ये गोरत दन्ना
बतना पड़ा है पूरी कौन के गले पापी कर रहे है राज पिस रहे है बले
रंगा है एक तूझे का नाम बिल्ला है काली पहाड़ी पे कंखालों का एक किला है
रंगा है एक तूझे का नाम बिल्ला है काली पहाड़ी पे कंखालों का एक किला है
सुनके रंगा की बीम, सारा गाउ हुआ मुबीन
गुंगा राग के सुमे लीन, सबने देखे सब रंगीन
जब पिला मारे सीम, तिरकट तिरकट धीम
धीमे घर के हिस्से होंगे चार, खुननस वाला ये प्रहार
ऐसा करेगा तडब तडब के मरेगा, निगले ना तेरी चीक
आने वाली नसले तेरी मागे भीक
चारों तरफ थी हाहा कार, त्राही त्राही की गुहार
गाउ वाले थे लाचार, इस बेरहमी के गया बार
समझ के कहा बागे, पीछे बिला रंगा आगे
कट पुतली के धागे लिपते, इनकी उली पे समझे
सारे गाउं की डूबी लुटिया, गाउं के चोर बिती
एक कुटिया, कुटिया में रहता एक बाबा
जाके उस पे मारा धावा, बोले बाबा दे दे
अपना सारा कीम की समान, बाबा बोला सिर्फ है चोला
और बेटा थोड़ा सा ग्यान
ए नरवक्षी इस भूग में तू खुद को नीकल जाएगा
कमेंट की आग लगा के उसमें तू खुद जल जाएगा
अजु मौतट मुख़ोटों के पीछे कौन है बंदू, कौन है शत्रू
इनकी जैजैकार के सागर में तेरा सूरन ढल जाएगा