रंगमी
मेरी मस्ती का
क्या कहना
मैं रंगा हूँ भगवा
जंग में ना समझो
मुझे अकेला
ना समझो
मुझे अकेला
काविला है मेरे
संग में
मेरी मस्ती का
क्या कहना
मैं रंगा हूँ भगवा
जंग में मेरी मस्ती का
क्या कहना
हम हिंदू हैं मेरी सान अलग हम हिंदू हैं
हम हिंदू हैं मेरी सान अलग हम हिंदू हैं
गोलू कबीर हैं साथ मेरे रगुवर का उपर हाथ मेरे
मुझे राम कुमारी चड़ी हुई मुझे राम कुमारी है चड़ी हुई भगवा का वस्त है
अंग में मेरी मस्ती का क्या केना मैं रंगा भगवा रंग में
झाल