उसके जीजादे और दिपादे
पहिया होली असमनी ससुराल हो,
साली होली अमे करम भुराल हो
भुराल भाले तेमे राम करतानो सरादी बातेले,
सरादी बाते
गाले महलं गुलाली है रोरजी बाते, खाली रोम से
दिजादी
रोरजी बाते
होली में अब की कुछ देहाँ निसाली,
होली में अब की कुछ देहाँ निसाली
खाली रोम से दिजादी रोरजी बाते होली में
अब की कुछ
देहाँ निसाली,
देहाँ से देहाँ साटी सी अरी बातान,
देहाँ से देहाँ साटी सी अरी बातान,
गाले मोलं गुलाली हे रोरजी बाते,
गाले मोलं गुलाली हे रोरजी बाते,