काहे किला जालू
भोजी बाड़ा या बेरालू
तू तो रंग डलवालो हम से
भाईया के बहाने तू तो करताड़ो
माना कुछ गड़ गड़ गुजला हम के
काहे किला जालू भोजी बाड़ा या बेरालू
तू तो रंग डलवालो हम से
भाईया के बहाने तू तो करताड़ो
माना कुछ बड़ बड़ बुझाला हम के
लला कापियार का रंग हरियार का
रेडी को ये बानी खोड़ के
असो के फ़गुनावा में
भावजी रंग लगावाला हम से
उते भरो के मन रखला
तनी कलिया रंगाला हम से
अरे अब की ना छोड़ भावजी
सुना कहिले कौसाम से
परिसे तहरा पीछे भावजी
रहिला कल हो
असो भी
टाइल बड़ू होली में हम उसे
भाविया जागल हो
परिसे तहरा पीछे भावजी
रहिला कल हो
असो भी
टाइल बड़ू होली में हम उसे
भाविया जागल हो
तु को छोड़ दो
भावजी के आसे हो
हगर के महीने
यावता पसीना योले बानी भांग कोई के
बसो के फ़गुनावा में भजी रंग लग्रावा लहम से
पेवरों के मन रखला तनी गलिया रंग लहम से
अरे अब किना छोड़ा भावची सुना कही ले कोशाम से
पुराना मन होली है पुराना मन होली है पुराना मन होली है
नईहर में गोलिया उबुलंग बबलू अपना मरजी से
रोपना हमके भावची खेलेता पुरा एनरजी से
नईहर में गोलिया उबुल्डू रंग बबलू अपना मरजी से
रोपना हमके भावची खेलेता पुरा एनरजी से
भैवची आ जाना हमारा पासे हो करा ओहे जवान कहतने कमलन जाहीरा फिर से छोड़के
असो के फगुनावा में
मुझी रंग लाता बाता हमसे
अब किना छोड़ा भावजी
हम कहीले कोसम से
मुझाई पाली है