आ तो आईए प्रेमी श्रोटाओ
ये रागनी रसिया आप लोगों के बीच में हम पेश करती हैं
देहाती रागनी एंडिजे के माध्यम से
जिसकी गाईका मैं आपके अपने लाडड़ी सिंगर पोमल चोदरी हर्याना
कैसे एक बाबी अपनी सकी से कहती है
या रंडवा देवर ने तो मेरो पताई जनम दुखी कर राखो हैं
मोपे ऐसो लट्टू दिवानो ओयो फिर रो हैं
और कैसे कवीने कविताई का बरणन कर दिया क्या लिख दिया वला
अप आप
एक रंडवा देवर है मोपे जान फलाव है
मिरी पाछे डोले गणा मीठा बोले मा तोसी मने पतावे
रंडवा देवर हे मोपे जान फलाव है
आज सबेरी बोलया भाप पीके खावेगी वो ही मैं चीज लेदू जो भी बतावेगी
आज सबेरी बोलया भाप पीके खावेगी वो ही मैं चीज लेदू जो भी बतावेगी
एक बैबोल बता तु मन की खोल बता एक बैबोल
बता तु मन की खोल बता जो तेरे मन में भाव है
रंडवादे वर ही मोः पे जान पलाव है
नियो बोलया तु बापी मुझे को जान से प्यारी
है कर दिओ कुर्बान तुझ पे जिन्दगी सारी है
नियो बोलया तु बापी मुझे को जान से प्यारी
है कर दिओ कुर्बान तुझ पे जिन्दगी सारी है
तु आजा हाथ मिला न कर ये कोई गिला जीवन में मोझ उणाव है
रंडवादे वर ही मोः पे जान पलाव है
क्या कहने साजिन दो
कमरे में आके एक दिन बड़े ग्यार जाई में
उठ के मैं बागी ही बेबे घणी घबराई में
पलंग पे गेर लई
गेट पे गेर लई पलंग पे गेर लई वो जुलमी न
शरमाव है रंडवादे वर ही मोः पे जान पलाव है
इंदरपाल जोड़ी वाने पियां से बताऊंगी आवन दे आज इसकी खाल तरवाऊंगी
इंदरपाल जोड़ी वाने पियां से बताऊंगी
आवन दे आज इसकी खाल तरवाऊंगी
जुलम कर गया भारी
मैं ज्यादा शरमारी
बिन मतलब जोर जमावे एक रंडवादे वर ही
मोह पे जान फलावे
मेरे पाँछे डोले गणा मीठा बोले
जोर जमावे एक रंडवादे वर ही मोह पे जान फलावे