दीया राम
दीया राम जय जे राम
मस्ती में होके मस्ताने आए हैं
आवधमे राम के दिवाने आए हैं
चरणों में सिरी को जुकाने आए हैं
आवधमे राम के दिवाने आए हैं
सुबह बोलेंगे और शाम बोलेंगे
अब सब जय सिरी राम बोलेंगे
सर्यों में डूब की लगाने आए हैं
भकति के रस में नहाने आए हैं
आवधमे राम के दिवाने आए हैं
आसुनिल कमल आए ग्याहन के बीना
राम ना मिलेंगे हनुमान के बीना
सभुजे को अरजी पठाने आए हैं
हाल बजरंगी से बताने आए हैं
आवधमे राम के दिवाने आए हैं
सिया राम जय जय राम