दश्रत नन्दन राम की तुमको कथा सुनाते हैं
पावन कथा सुनाते हैं
आए प्रभ क्यों धर्ती पर ये तुम्हें बताते हैं
हम कथा सुनाते हैं
दश्रत नन्दन राम की तुमको कथा सुनाते हैं
पावन कथा सुनाते हैं
जै बोलो जै राम कल लाड करेंगे राम
जै बोलो जै राम कल लाड करेंगे राम
भूमंडल पे एक नगर जहां अवधपुरी है धाम
माला और रूप में आए हरी जीबन कर देखो राम
चेहरे पर जो तेज समाया कहीं न देखा ऐसा
चांद के चारों और चमकता हाला के जैसा
बाल रूप में राम देखो जब जब मुस्काई
आनन्द आनन्द आनन्द बड़ा ही आनन्द है आए
भाल चड़े है उनके देखो मोटे मोटे नैन
एक जहलक पाकर लुट जाएं सबके मन का चैन
राम के दर्शन करने देवता धरां पे आते हैं
पावन कथा सुनाते हैं
आएं प्रभ क्यों धर्दी पर ये हम बतलाते हैं
जै बोलो जै राम कल लाड करेंगे राम
जै बोलो जै राम कल लाड करेंगे राम
विधी की लीला विधी ही जाने जैसा हो ना हो
होना है वो रजराखा उसे मिटा सकाना को
रावण नाम कमानो जन्मा दुष्ट आचिरण वाला
त्रिलोकी त्रिकाल दर्शी था वो एक बलसाला
छल से पाई लंका तूटा पारवती कारमान
स्राप दिया रावण को बनेगा घर तेरा शम्शा
लिया सरल्ता स्राप उसने भैना तनिक उसको
देवु दानो यक्ष न कोई मार सके मुझे को
आते हैं जो धरापे देखो एक दिन जाते हैं
पावन कथा सुनाते हैं
आये प्रभु क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते हैं
जै बोलो जै राम कल लोड करेंगे राम
जै बोलो जै राम कल लोड करेंगे राम
जब जब पाप बढ़ें धर्ती पर उसको प्रभु मिठाते
लेके जन्मों कोई न कोई
देखो तब तब आते ही
एक मोड है कथा में प्रभु भगतों का रखते ध्यान
सब की मंसा पूरी करते देखो हरी भगवान
वर्स हजारों मनु सत रूपाने तब प्रभु का कीन हा
तब जाकर स्री हरी प्रभु ने दर्शन उनको दी हा
वर्मागा मनु सत रूपाने सुत्वन प्रभु घर आओ
आकर मेरे घर भगवन तुम मेरे भाग जगाओ
उनके घर आते भगवन जो उन्हें बुलाते है
पावन कथा सुनाते है
आए प्रभु क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते है
जै बोलो जै राम कल लाड करेंगे राम
मनु सत रूपा से बोले प्रभु मैं तप का फल दूँगा
त्रेदा युग में पाप मिटाने घर जनम तुम्हारे लूँगा
अगल जनम मनु सत रूपा बन दशरत जी आए
तब जाकर प्रभु हरी इन्होंने राम रूप में पाए
खुस दशरत कौशल्या उत्सो पूरा अवध मनाए
देख राम को नर नारी सब मन ही मन हरिशाई
राम ने लखन भरते शत्र धन रूप में भाई पाए
कौशल्या कै केई सुमित्रा के है देखो जाए
अवध पुरी में देखो सब त्योहार मनाते है
पावन कथा सुनाते है आए प्रभु क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते है
जै बोलो जै राम कल जाड करेंगे राम
ताम की लीला कितनी प्यारी मन को बड़ा लुभाए
एक दिन शंकर हनुमत भी दर्शन करने को आए
शिव जी बने मदारी हनुमत अपना खेल दिखाए
वानर रूप में देख हनुमत राम बड़ा हरशाई
दशरत के आगन में नित्य लगाए
आते नए मेले राम लखन भरत शत्र धन खेल कोई खेले
नुपुर बजे जब पैर राम के करते हैं छम छम
बिजली सी दोडे हैं तन में मन में बाजे सरगम
राम नाम लेने से दुखडे मिट ही जाते हैं
पावन कथा सुनाते हैं
आये प्रभ क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते हैं
जै बोलो जै राम कल जाड करेंगे राम
धीरे धीरे बड़े हुए शिक्षा का समय आया
चारों को गुरु असिष्ठ आस्रम में था पहुचाया
चारों भाई को गुरु असिष्ठ ने ज्यान का पाट पढ़ाया
वेद निशादे शस्त्र चलाने का गुण भी सिखलाया
राम ने बल्लाया
राम के संग मानोता का गुण भी था पाया
उनकी छव का तेज सब के दिल पे था छाया
जग पालक रह ऐसे जैसे मानुष हो कोई याम
मानो ही कर सकता था रावण का काम तमा
राम का गुण गाने वाले भव से तर जादे है
पावन कथा सुनाते है
आए प्रभ क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते है
जै बोलो जै राम कल लाड करेंगे राम
राम की शिक्षा थी देखो अब गड़ी परिक्षा आई
आसा है पूरी कर देंगे रघुकुल के रघुराई
ताड़ का रागचसनी ने रिशियों को था घूब सताया
यग्य नहों उनके पूरे देखो उनको था डराया
मार सके उस रागचसी को कोई बल ना रखता
केवल राम के हाथों ही उसका वध हो सकता
विश्वा मित्र रिशि दश्रत के शम्मुख थे आए
ताड़ का वध करने को वो तो राम को बल लाए
मार ताड़ का राम प्रभू भुजबल दिखला दे है
पावन कथा सुनाते है आए प्रभु क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते है
जै बोलो जै राम कल नाड करेंगे राम
यहाँ जनक की पुत्री बड़ी हुई सीता माता
इनके विवाह का सोच विचारा उनके मन आता
सीता योग के वर पाने को स्वैंबर एक रचाया
राम सहित धेरों राजाओं को स्वैंबर
में है बुलवाया तोड सके जो शिव का धनुस
वो सीता का वर होगा सिवा राम के कोई
दूजा ना ये कर पाएगा तोडा धनुस को राम
ने यू बज उठी है शहनाई सीता जी ने
वर माला फिर राम कुछ ही पहनाई
राम विवाह की दिवता देखो खुशी मनाते है
पावन कथा सुनाते है आए प्रभु क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते है
जै बोलो जै राम कल जाड करेंगे राम
सारे अवध में धूम मची है मंगल मंगल काई
दशरत के चारों सुत देखो बहुमे लेके आई
सब कुछ ठीक चला पर देखो बुरी घड़ी आई
महल की सारी खुशियों में कैके
इन आग लगाई
राजा बनेंगे राम दशरत ने आदेश सुनाया
कैके इको ना भाए मंथरा ने है बहकाया
मांगलिया वर कैके इन राजा मेरे सुत को बनाओ
राम को चोदा वर सितलक वन में तुम तो भिजवाओ
रघु कुल रीत निभाने को राम वन को जाते है
पावन कथा सुनाते है
आए प्रभु क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते है
जै बोलो जै राम कल जाड करेंगे राम
राम लखन सिया वन आए मोड कथा में आया
होना था ये वही हुआ जो विधी ने है रचाया
याद करो रावड का वो ब्रह्मा से
मिला वर्दाल मार सके उस पापी को
बस बानर और इंसान पाप बढ़े जब धर्ती पर
तो उसको कौन मिठाए लेकि जनम कोई ना कोई
देखो प्रभु जी आई कितना ज्यानी बल्साली
हो पर गई मतिमार होगा अब रावड का
देखो प्रभु के हाथो संघा जाना जैसे
वो खुद उस रस्ते चल जाते हैं पावन कथा
सुनाते हैं आए प्रभु क्यों धर्ती पर ये हम
बतलाते हैं जै बोलो जै राम कर लाड करेंगे राम
जै बोलो जै राम कर लाड करेंगे राम
राम लखन सियावन आकर है कुटिया एक बनाई
जहाँ पे जीवन की कुछ घड़िया देखो साथ बिताई
एक दिन रावण की बेहना सुपनखा यहाँ पे आए
देख राम को उन पर देखो मोहित वो हो जाए
कहे राम से व्याह करने को उनको भै दिख लाया
नाग काट कर लक्षमन ने नकटी धाओं से बनाया
ये रावण कुल विनास का पहला पढ़ावाया
सुपनखा ने रावण को सब जूठ जबत लाया
समय के फेरे में देखो ग्यानी फस जाते है
पावन कथा सुनाते है
आए प्रभ क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते है
जै बोलो जै राम कल जाड करेंगे राम
दो वनवासिन भैया मेरा हाली कर दीना
जतन जो मैंने एक सुन्दरी लाने का था कीना
बहन की बातों में आकर रावण में
ने क्रोध खाया अपनी मोत के रूप में
जगमाता को हर ने आया छल से हर जगमाता
पापी तनिक समझ ना पाया मोत है उसकी
देखो वो जिसको लंका ले आया
सीता हरण कर समझा पापी ये तो है नारायन
स्वेम हरी जी धरा पे आये करने मुझे से रण
अतिकारी की उमर प्रभु जी कम ही बनाते है
पावन कथा सुनाते है आये प्रभु क्यों धरती पर ये हम बतलाते है
जै बोलो जै राम कल जाड करेंगे राम
सीता जी का हरण हुआ राम विरह में रोए
धूढे उनको पता लगाने का जी कैसे होए
मानुष जैसा रोए वन वन भटक रहे भगवाल
सीता खोजन को उनसे मिल जाते हैं हनुमाल
राम कले आदेश हनुमत सागर ठट आए
याद नहीं अपनी शक्ती कोई उनको याद दिलाई
जामवंत ने भूली शक्ती उनको याद दिलाई
उड़ गए सीता खोजन को हल हो गई कठिनाई
भूक किलंका सीता निशानी ले ही आते हैं
पावन कथा सुनाते हैं
आये प्रभु क्यों धर्ती पर ये हम बत लाते हैं
जैबोलो जैराव कल जाड करेंगे राम
जैबोलो जैराव कल जाड करेंगे राम
देख निशानी ग्यात हुआ रावण ने किया हरण
अब होगा पापी का देखो राम के हाथ मरण
राम की वानर से नाकात सागर तट आया
सागर पार कुनल नीलने से तू एक बनाया
रावण ने भाई विभीशन लंका से है भगाया
अपमानित होकर देखो वो प्रभू शरण में आया
लंका में आये है राम जी युद्ध हुआ घमसान
एक एक कर मारे गए
रावण के बलवार रावण बदका देखो विभीशन मारक दिखाते है
पावन कथा सुनाते है
आये प्रभू क्यों धर्ती पर ये हम बतलाते है
जै बोलो जै राम कर लाड करेंगे राम
जै बोलो जै राम कर लाड करेंगे राम
अब आई रावण की बारी राम ने तीर चलाए
ना भी संग दस सीस काटके उसके प्राण उडाई
किया राम ने अंत पाप का कर रावण संहार
तीनों लोक में हो रही देखो राम की जै जैकार
सीता जी को पाकर भगवन देखो बड़ा हर शाय
राम लखन सीता को हनुमत अवध पुरी में लाए
कथा निखी राजे स्वर्माने लेकर राम का नाम
मधुर मधुर संगीत बनाना राम पाल का का
दियस पाल तो बड़े भाव से गाते जाते है
पावन कथा सुनाते है आये प्रभ क्यों धर्ती पर ये हम बकलाते है
जै बोलो जै राम कल जाड करेंगे राम
जै बोलो जै राम कल जाड करेंगे राम