राख पिता प्रग मेरे
राख पिता प्रग मेरे
मोहे निर्गुण सब गुण तेरे
राख पिता प्रग मेरे
राख पिता प्रग मेरे
पंच बिखादी एक गरीबा
पंच बिखादी एक गरीबा राखो राख नहादे
खेद करे अर बहत संतावे आयो शर्ण तुहारे
राख पिता प्रभ मेरे
मोहे निर्गुन सब गुण तेरे
मोहे निर्गुन सब गुण तेरे
ओहे निर्गुण सब गुण तेरे राख पिता प्रभ मेरे
राख पिता प्रभ मेरे
कर कर घारियों अनक भौपाती
कर कर घारियों अनक भौपाती
शोटे कत गुण
एक बात सुनता की ओटा
साद संग मिट जागी
साद संग मिट जागी
राख पिता प्रभ मेरे
ओहे निर्गुण सब गुण तेरे
ओहे निर्गुण सब गुण तेरे
ओहे निर्गुण सब गुण तेरे
राख पिता प्रभ मेरे
राख पिता प्रभ मेरे
राख पिता प्रभ मेरे
राख पिता प्रभ मेरे
राख पिता प्रभ मेरे
मोहे निर्गुण सब गुण तेरे
मोहे निर्गुण सब गुण तेरे
मोहे निर्गुण सब गुण तेरे
मोहे निर्गुण सब गुण तेरे
जीत लई ओई मगा बेखादी सहज सुगैनी बाणी
कगो नानक मन पहया परगासा पाया पद निर्वाणी
पाया पद निर्वाणी
पाया पद निर्वाणी
राख पिता प्रब मेरे
मुझ निर्गुन सब गुन तेरे
मुझ निर्गुन सब गुन तेरे
मुझ निर्गुन सब गुन तेरे
राख पिता प्रब मेरे
राख पिता प्रब मेरे
राख पिता प्रब मेरे
राख पिता प्रब मेरे
राख पिता प्रब मेरे
राख पिता प्रब मेरे
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