पूने पकड़के हाथ मेरी जिन्दगी बना दीपूने पकड़के हाथ मेरी जिन्दगी बना दीउन्हे गाउ रजनी मुत तेरा मुझे चरणों में जगा दीउन्हे गाउ रजनी मुत तेरा मुझे चरणों में जगा दीतूने पकड़के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।पत्वार्य के बिना ही मेरी नाम चल रही है।पत्वार्य के बिना ही मेरी नाम चल रही है।प्रिणाव चल रही है। हैरान है जमाना। पन्जे बिन रही है। धीरान जिन्दगी को।धीरान जिन्दगी को तेरी खुश्बू से महका दी। तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।तुम साथ हो जो मेरे किस चीज के कमे है। किसी और चीज के अब तरकार ही नहीं है।तुम साथ हो जो मेरे किस चीज के कमे है। किसी और चीज के अब तरकार ही नहीं है।आम साथ हो जो मेरे इस चीज की कमी है। किसी और चीज की अब तरकार ही नहीं है।गुणे गाउं तेरा हर दम जो चर्णों में पना दी। तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।बैटो नहीं हु काबिल तेरा पार कैसे पाऊं।तूटी हुई वाणी से गुणे गाउं।बैटो नहीं हु काबिल तेरा पार कैसे पाऊं।तूटी हुई वाणी से गुणे गाउं।मुझे जाने सबु जमाना।मुझे जाने सबु जमाना।तूने है वो वजा दी।तूने पकड़ के हाथ मेरी जिन्दगी बना दी।