पहले दोई हमागे बदला महल बार
पता करे के पड़ी कुछूत जोलबा
धख धख करो ता छतिया
हरे रल बाजन के जूती जमतिया
हाई धाई गोली चली सारी रतिया
लजभर जी के होगे बरियतिया
रजभर घरान होए जाने
केहुबा आगे केहुबा बीचे
सभे जममले बायाख हो
रजभर जी के होगे बरियतिया
डरो का माना मा रैफल सा माना मा
लागलबा देखीये के दात हो
भाटा बाचल रही हाँ इवा बाचा
अजे गोली पर गोली चली हो
जब चाहा भुन होले मदली हो
अपना ही राज है
लोगों बहते लोगों बोले घटिया
हरे रल बाजन के जूती जमतिया
राजभर जी के हवे भरी अतिया
धोरी ना प्यार से तनका विचार से खेली ना हमारा कमर से
रवा के छूटबा बुझी ना जूटबा चूए पसी ना देखी दर से
अरे तो बचा के रखो हाँ हो
हमार जिलवा में कोही के हुन नाचे ना
जे नाचे तको बहुत ता बाचे ना
ता नाचे वो
देहाते सूसल के पाड़े संघतिया
हरे रल बाजन के जूर्टी जमतिया
हाय धाय गोली चली सारी रतिया
राजभर जी के हवे बरियतिया
सगरो राजभरी के चर्चा बाये जाए
अच्छा ठीक बा