पॉलों में पिखोल जा लेके हुआ के बातों से
हम्तो डरा इले हो के जोनी घाटों से
पॉलों में पिखोल जा लेके हुआ के बातों से
सुना साधच मुंत चे सरे जब में होरियो मैं सकी
हमरा राजजी के दिलावा मुंत मैं सकी
भोला भाला सिधा साधाये बदम सरी फ़ो
गोम देखी चेहरा पहुला तो कली फ़ो
खुसी देखते जुडाला रोमे रोमे सकी
हमरा राजजी के दिलावा मुंत मैं सकी
रही अच्छा लेले लाई की मारेली नज़ोरीया
वो सुकी चाला के सटल चाहेली सजोरीया
आजे बचन के चाहेले रखन हो मैं सकी
अनु हो मैं सकी
हमरा राजजी के दिलावा मुंत मैं सकी