भीरे भीरे काहे डुल कानी
वो इसे करी जैसे हम कहतानी
हाटी उपर अस्ते हम चर थेंगी
हाटी उपर अस्ते हम चर घांगी
आजनी चह块े भवे हो जाएं राजयी
आजनी चहृरे भवे हो जाएं राजयी
एइ सोटा इल में लागे योडियागी
एह राजा रहू अपके नहीं महमा लागी
नहीं
करकार
मुझे
रोवा के नाई परितनी मेहना तावा
खाली दें राजा हमरा हाथ
मेहना तावा
बभूये बलावा देरी ना लागा ही राजा जी
हाटी उपर असे हम चर्ह काँगी आज नीचे रौवे हो जाई राजा जी