नौ साहल जी अबानौ साहल जी अबानौ साहल जी अबानौ साहल जी अबानौ साहल जी अबारतो दिन राही हो मण तो हर ताजाभूकी के पिहालि हाँ खूबे माजारतो दिन राही हो मण तो हर ताजाभूकी भूकी के पिहालि हाँ खूबे माजायदि टाइम से दूनों बेरा लिहावा राजार साउसाल जी अबहमरा घोड़ी में चाय धारी पियावा राजार साउसाल जी अबलिके लेलालाटू ला डाला ना होई ये लाराजीपीके देखा मिली खुबे ये नाराजीसुना ना लाटू मोहनना ही होई ये लाराजीपीके देखा मिली खुबे ये नाराजीएक अभेरी अमरे से जे चिखावाराजा सौसाल जी अवाकी हमरा सीली पालोड़ा या धी घी सावाराजा सौसाल जी अवाअरे यंगडित जलाओ