हरी के गयजायं।
भोल भाव।
हरी के गयजाय।
भाव।
हरी के गयजाय।
भीन भजल वाध भरे
रव तबन भुखार जधारे सुनिये थे लास की राजा है न।
भाक भाक भाक रवाबभाक की रहीले मारी के गयजा।
भकभक भक रोआ भक की रही ले मरी की गाज़
अरे भन्या भन्ये पादिल रावुर डोले
हर हर एजी बंबं सब से वो का बोले
लाइन में लोग रहे खड़े-खड़े
बूज़ात रहे
हर हारे
रावुर लहरत रहे धाजाया
तभक भक भक रोगा भक रही लें आरी के गाज़ा
ना महलिया ना यकारी इहे मडई सुहावन हो
पड़ा प्यारा इन नजहरा लागे बोडी पावन हो
दिल साद भग आके पड़े रावर ध्यान नित दिन में धरे
بھگیاں کے بھاڑے راور دھیان نیت دن میں دھر
راور بھگت میں رہی لتا جاں
بھگ بھگاں بھگ رواں بھگ کی رہی لے ماری کے گاں جاں