बहुया है कि लड़की रही, साधी सुधा रही
तो अपने मन के बात कबो अपने खास से बतावली
तो कबो अपने सखी सहेली लोगन में
और का बतावली थोड़ा ध्यान दिया जाई
रही रही चाहत काई दुनावनारवा चोली अभीतर बालमा
रही रही चाहत काई दुनावनारवा चोली अभीतर बालमा
चोली अभीतर बालमा
रही रही चाहत काई दुनावनारवा चोली अभीतर बालमा
रही रही चाहत काई दुनावनारवा चोली अभीतर बालमा
सखी सहेलीयां पिय घर्णावनारवा चोली अभीतर बालमा
सखी सहेलीयां पिय घर्णावनारवा चोली अभीतर बालमा
हो दैदा,
हो दैदा ससुरे मोरे खबरवा चोली अभीतर बालमा
रही रही चाहत काई दुनावनारवा चोली अभीतर बालमा
पूर पूर में चड़हल जहरीयां नस नस में गड़ाई
पूर पूर में चड़हल जहरीयां नस नस में गड़ाई
बिना सजनवा कैसे दियां पर छेड़त बापूरवाई
हो बही गई
हो बही गई अखिया से कजारवा चोली अभीतर बालमा
रही रही चाहत काई दुनावनारवा चोली अभीतर बालमा
पिया सलेंदर बिन हम कालो गवा मारे ले बोलिया
अब राजेस दुवारे मोरे लेके आवा ढोलिया
हो कहिया
हो कहिया महकी मुआर गजरवा चोली अभीतर बालमा
रही रही चाहत काई दुनावनारवा चोली अभीतर बालमा
रही रही चाहत काई दुनावनारवा चोली अभीतर बालमा