कोई आले हमरा ही उपा से छोड़ हल ज़वानी ज़वरे
मनावा हमरो कुछ कुछ करे बाकी भी दरिया ड़ोरे हो
बोड़ी लाजी लगेला हमके लेत देत में
भौज कोहेल तोरा तू होला पेट में
रोहरी के खेत में सरसो के खेत में
बोड़ी लाजी लगेला हमके लेत देत में
बोड़ी लाजी लगेला हमके लेत देत में
हो जाए जहाँ मेला खेला कोई सन न खेला
हो जाए जहाँ उची निचता, कौई से के जेला
हो जाए जहाँ मेला खेला कोई सन न खेला
हो जाए जहाँ उची निचता, कौई से के जेला
हला हो जाए जेरा जाए बुछों पेट में
भिरोहरी के खेत में, बॉड़ी लाजी लगे ला हम के लिट देत में
भिरोहरी के खेत में, सरसो के खेत में
दिन पर दिन बढ़ है सक्षी, देहिना के साई जी
तुहाई बढ़ आओ कैसे, करी कंप्रो माई
दिन पर दिन बढ़ है सक्षी, देहिना के साई जी
तुहाई बढ़ आओ कैसे, करी कंप्रो माई
किरिशन यंगा दुबा बोला वले, अगीला डेट में
ढिरहरी के खेत में, बॉड़ी लाजी लगेल हम कै पित देट में
ढिरहरी के खेत में, सरसो के खेत में
ढिरहरी के खेत में, सरसो के खेत में