रफ्ता रफ्ता होने हस्ती का सामा हो गएपहले जा फिर जाने जान फिर जाने जाना हो गए रफ्तादिन बाद दिन बढ़ती गए उस हुसन की रानाईयापहले गुल फिर गुल बद फिर गुल बदाना हो गए रफ्ताआप तो नज़दी किसे नज़दी कतर आते गएपहले दिल फिर दिल बाद फिर दिल के महमा हो गए रफ्ताआप तो नज़दी किसेनज़दी किसेपहले दिल फिर दिल बाद फिर दिल के महमा हो गए� रफ्ताप्यार तब हद से बड़ो सारे तकलफ मित गएप्यार तब हद से बड़ो सारे तकलफ मित गएआखसे फिर तुम्हे फिर तुकाव नजाआखसे फिर तुकाव