राधे राणी मेरे जैसा तू जा कौन दिवाना
तेरे बिना मैं रहना पाऊंग दूर कभी ना जाना
तुमसे हे पनगट की सोभा तुमसे ही मधुबन की है
बिना तुमहारे बरज है सोना चिनता मेरे मन की हे
तुमसे हे पनगट की सोभा तुमसे ही मधुबन की हे
बिना तुमहारे बड़ज है सोना चिनता मेरे मन की हे
बंसी भी तिरा नाम पुकारे सुने ओ जानी जाना
तिर बिना मैं रहना पाऊंग दूर कभी ना जाना
शाम की दिल में राधा रहती वाल बाल सब जाने
सपने भी गड आते मघिको आते तिरे सुफाने
कलियों जैसे प्रीत तुम्हारी दिल मेरा परवाना
कभी कभी तुम देरि से आती छाए घोर उदासी
तुमको
देखूं दिन सही गुझरे आँखें दरस की प्यासी
कभी कभी तुम देरि से आती छाए घोर उदासी
तुमको
देखूं दिन सही गुझरे आँखें दरस की प्यासी
में तो तुम बिन फिरूं अधूरा चाने
कमल जमाना
तिरे बिना मैं रहना पाऊं दूर कभी ना जाना
तिरे बिना मैं रहना पाऊं दूर कभी ना जाना