मेरे शाम की गन शाम की बन सी जब सुर मैं बाजे
छोदा भुवन तीनो लोक नो खंड बिले में नाचे
मेरे शाम की गन शाम की बन सी जब सुर मैं बाजे
छोदा हववनतीनो लोक नौ खंड बिले मैं नाचे
गर हुदिवाना तुम काणहा के
गर हुदिवाना तुम काणहा के तुम असती में डोलके
जुमो रे जुमो रे सारे राधे राधे बोलके
राधे राधे शिराधे राधे राधे
जुमो रे जुमो रे सारे राधे राधे बोलके
राधे राधे शिराधे राधे राधे
मैं तो गिर्धनागर की प्रेम दोपानी हूँ
उसके धुन में ख़ोके खुदको पहचानी हूँ
मैं तो गिर्धनागर की प्रेम दोपानी हूँ
उसके धुन में खोके खुदको पहचानी हूं
ये बागी मु पोस्तना रूपरिया's में
उसके धुन में खोके खुदको पहचानी हूँ
ये बागी मैं बैरागी है
लगनु मोहे प्रेत की लागे है
मान मोहल के पास हुन आए तुख का बिजड़ा खुल के
स्री राधी
जुम ओले सरे रादे राधे बोल के
स्री राधी
रम गईशाम की जॉग में जोगं की तरहं
मेरे हसने की वही तो है एक वजा
हाह हा
रम गईशाम की जोग में जोगं की तरहं
मेरे हसնे की वही तो है एक वजा
उस को पूजूं उस को मानुं
मैं और कोई भेद न जानूан
मुरलीवाला है दिलवाला
मुरलीवाला है दिल्वाला
माते प्यार न तलके
जूमोरे जूमोरे सारे
राधे राधे बोलके
राधे राधे
शिराधे
राधे राधे
जुमोरे जूमोरे सारे
जूमोरे जूमोरे सारे
राधे राधे बोलके