बनसी बाले कृष्ण कनहया
बनसी बाले कृष्ण कनहया इनका ध्यान लगाएं
राधा राणे की कता सुनाएं
बनसी बाले कृष्ण कनहया इनका ध्यान लगाएं राधा राणे की कता सुनाएं
ओ राधा राणे की
कता सुनाएं
राधा सु चंदही विश्वानु गोप रूप में आएं
गोपी रूप में कीर्ति दाथी पावन विवा रचाएं
राधा राणे की जैं राधा राणे की जैं
वारह दिव्वरशों तक तक करके ब्रह्मा मनाएं
कमल योणी में ब्रह्मा जी से ये पावन वरपाएं
गौपर में तुम श्री राधा के गौपर में तुम श्री राधा के मात पिता बन जाएं
राधा राणे की कथा सुनाएं
ओ राधा राणे की कथा सुनाएं
धीरे धीरे ब्रह्मा जी का कहा समय भी आया
राधा जी का अवतरन हो जाएं ढंग ये बनाया
उच्छत जगए की रचना करने लग गई योग माया
कीरतिदा राणी के अंगों पे पीला रंग चाया
देखो देखो गर्ब के लक्षन
सबको नजर में आएं राधा राणे की कथा सुनाएं
ओ राधा राणे की कथा सुनाएं
भाद्रपद की शुकल अस्तमी बन गई सुखध कहानी
जोती फैल गई कमरे में राधा प्रगटी जग जानी
दिव्य पुष्प का धेर लगा है सुन्दर रूप बतानी
दे दे ताली ना चत गावत आ गई बेला सुहानी
वृश्वानो घर राधा जनमी जूम के कुशी मनाएं
जग दाधा राणे के कथा सुनाएं
त्रिभवन के शोभा राधा और रूप रास सुख सार
वृश्वानो की बेटी ना ये है राधा अवताल
इसके जोड़ी दार बनेंगे प्यारे नंद दुलाल
कर भाचन वा गर्ग मुनी जी कर भाचन वा गर्ग मुनी
जी सोच सोच बतलाएं राधा राणे के कथा सुनाएं
राधा राणे के
कथा सुनाएं
राधा कहो राधी का चाहे राधा सुधार सुधारा
तीन लोक में उच्छब बेला ब्रज में गजब नजारा
राधा राणी की जैए राधा राणी की जैए
वीड़ा बजाते नारद आये जानत रहे सिसारा
धर्शन कर मोहन के आये मन में यही बिचारा
काना चन में राधा जन में चल के धर्शन पाएं
राधा राणी की कथा सुनाएं
ओ राधा राणी की कथा सुनाएं
राधा के चर्नों में नारद लोट पोट हो जाते
उठा अंक में राधा राणी पूले नहीं समाते
सौन्दर कहीं देखा ऐसा तुलना ना कर पाते
मोका पाकर राधा जी को बात यही बतलाते
आनन्द रूप है शक्ति शाम की
तुम कोशिश नवाएं राधा राणी की कथा सुनाएं
ओ राधा राणी की कथा सुनाएं
काना जी को लिये गोध में वन में थे नदराएं
देख बालिकां खड़ी सामने बोल पड़े मुस्काएं
राधा को परनाम किया दिया अपना शीश नवाएं
प्राणनात तेरे मेरी गोधी में दूमे थमाएं
राधा और कृष्ण कानन्द जी दिव्य मिलन करवाएं
राधा राणी की कथा सुनाएं
कान हा बोले भूल गई क्या मेरे प्राण की प्यारी
नाम तुम्हारा बड़ा ही पावन विश्वानू की दुलारी
किसी के मुक से राधा सुनलू तो उच्छुकता भारी
पाड़ी ग्रहन का समय सही है दो नन यही चितधारी
शाम राधा को राधा शाम को वनमाला पहनाएं राधा राणी की
कता सुनाएं राधा राणी की
कता सुनाएं
नन्द नन्दन को श्री राधा यशोदा पास ले जाती
योग मायाने खेल रचाया नहीं सिम्रती आती
राधा राणी की जैंग राधा राणी की जैंग
जब कानहा की बनसी बजती फुद को रोक ना पाती
जाने ललिता राधा किशोरी शाम पे जान लुटाती
राधा राणी की कता सुनाएं
कहे विशाखा कहे ललीता ये है प्रीत नगोडी
अजब बावरी शाम दिवानी मिलती दोडी दोडी
कदम कुञ्ज में बंसी बाजी जल में मिश्री फोडी
ऐसी पीत लगी प्रीतम से जाए कभी ना तोडी
यमना जल की मट की सरपे
शाम हिरान उठाएं राधा राणी की कता सुनाएं
ओ राधा राणी की कता सुनाएं
ब्रह्मा विश्णो शंकर जाने दिव्य प्रीत लगाई
राधा बिना है शाम अधूरा जाने यमना माई
सारी गोपिया गौले जाने कैसे कृष्ण कनाई
ब्रिज्ज सुन्दरी का जीवन अप मोहन बिन दुख दाई
ध्यान किशोरी राधा में हैं
गया शाम चराएं राधा राणी की कता सुनाएं
ओ राधा राणी की कता सुनाएं
जीवन मृत्यू में है मोहन प्राण नाच में रहना
प्रेम की गाथ लगा दी तुम से तुम ही मन का गेहना
तुम बिन कौन बिरज में मेरा सुक दुख तुम संग सेहना चरनों से
मोह दूर न करना इतना है बस कहना तन मन घन के तुम ही भूशन
सत्य वचन बतलाएं राधा राणी की कता सुनाएं
ओ राधा राणी की कता सुनाएं
गोकल मतुरा या बृंदावन चाहे गाउ बरसाना
राधा आपकी प्रेम दिवानी जाने सकल जमाना
राधा राणी की जैं राधा राणी की जैं
कान हा बोले जान हमारी मैं हूँ तेरा दिवाना
तुम ही सिता तुम ही राधा जानू प्रेम निभाना
ऐसा कहके राधा मोहन प्रेम से रास रचाएं राधा राणी की कता सुनाएं
ओ राधा राणी की
कता सुनाएं
आगे आगे
राधा पीछे पीछे शाम चले हैं
धेनुचरय्या मुरली बजयया चोड के काम चले हैं
हिरदेवासा श्री राधा का सुब हो शाम चले हैं
लीला धारी लीला करने नित सुख धाम चले हैं
इस लीला पे सार देवता नित फूल बरसाएं
राधा राणी की कता सुनाएं
ओ राधा राणी की कता सुनाएं
कमल सिंग मेरे गुरु करण सिंग चपते राधे राधे
जीवन की हर बाधा को तो राधे नाम मिठा दे
तेरे चर्णों में अंत हो मेरा ऐसे बने इराधे
जी करता है इन चर्णों में ये जिन्दगी बिता दे
दया करो हमें इस रसना से
राधे राधे गाएं राधा राणी की कता सुनाएं
ओ राधा राणी की
कता सुनाएं
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