या कुर्वान
रजा रजा दुष्टर गुतूरा
ओ
दुलिटल कुर्वानी दर्पसीयमाई
जद जानान पमिन मस्ति हुई
जद नोर खलकुस गिला कुमाई
जब
पुछा बन देख पलक सर कुर्वान वो माई
यार में चिचर सु कच्चर सु सिगरत ढक्री
साख में लंबा की स्तर गेंबडे रबडा भी ना ए
गिला गेंबडे लाइव भी ना ए
कर गेंद पूर्त कर पूर्त कर जानान आई
गंजनी माथी जड़ो कोई सलाश ना आई
जड़ो कोई सलाश ना आई