अथरा सय के नौ साल तु भिमाई के लाल जनम लिया महुगाव मेंकि पुन्याई कमाल तु रामजी के लाल जनम लिया महुगाव मेंभीम जी अगर पैदा नहीं होते तो रहता अंधेरा यहाँऐसा सुरज तारा किया उजाला सारा धरती का है प्यारा जै भिम करो दोनो हाद रेपढ़ पढ़ कर यहाँ देखो विद्वान हुए गोन मेज में रखी बादमानवता का सवभीधान लिखा भारी सारी जादभीम जी दली तो फेली डर नहोते तो रहता अंधेरा यहाँएसा सुरज तारा किया उजाला सारा धरती का है प्यारा जै भिम करो दोनो हाद रेबुद्ध धम्वसंग को वंदन करो अनूसरो हर बाद यहिंत पंच शिर अंगीकारो सुधारो दिन आरे राजबुद्ध धम्वसंग को वंदन करो अनूसरो हर बाद यहिंत पंच शिर अंगीकारो सुधारो दिन आरे राजगीम जी अगर बोधी सत्व नहीं होते तो पीक मार जाता तहाँऐसा सुरज तारा किया उजाला सारा धरती का है प्यारा जैविम करो दोनो हात हात रे