तेरी किड़की पे बैठे हैं हम
जजबात जब से हुए है नरम
बस ख्वाहिशें हैं मेरी दीदार तेरा
जिस सफर से हुई है मेरी दोस्ती
उस सफर की है मन्जल भी तू ही बनी
तेरी ओर ही है चले मन ये मेरा
तू ही वो धन्या यारा जब भी गाता है दिल किरक्ती है मेरी समीद
काना बदोशीयों में तू ही है मेरा ठिकाना तू ही सफर आखनी
काफिराना काफिराना दिल हो गया है और तू बज़ा है
काफिराना काफिराना दिल हो गया है और तू बज़ा है
है ताज़गिन हवाऊं में शायब दिल नहीं है
फशलतल्प्र
बस का याँ है तू ही हर जगा
जाके ख्वाबों को मेरे बता
तू ही हाइ दीदों में जुआ रही हर तफ़ा
काफिराना, काफिराना