प्यार कोसे साथ जनम रहे
हमके भूल तो न जईबहाया रहो
ठुकर हथो न देबहामर प्यार हो
हमके भूल तो न जैबहाया रहो
ठुकर हथो न देबहामर प्यार हो
जब तक ले
सुरज चनवाँ रहे
Jab là Dharti Gaganva Reh
प्यार तो से साथो जनमंा रहे
Jab là Dharti Gaganva Re
प्यार तो से साथो जनमंा रहे
हमनी के दुस्मन बनल बहजमाना
हम हैं दिवाने तु हावा दिवाना
हावा दिवाना
असही प्यार जनो चालत रही
भाले ये दुनिया जालत रही
आफत में के तनो जनवा रही
जबले ये धर्ती गगना रही प्यार तोसे सतु जनवा रही
ब्यार पे जब जब पढ़ी हो पहरा
ब्यार होई हो मनी के उतने हो गहरा
सारा सितम जन सोहे के हो
एक दूजे के दिलब में रोहे के हो
कुहरा में बासत पारानवा रही
जब ले धर्ती गगनवा रही ब्यार तो से सातो जनमा रही