कोन से अक्वारी खुस रहे लगबूराणी हो पानी जैसे वाहे लगबूउसे ही पतारे लगाई पुरा बलकेहरे पे हर करो रह जा कोले बड़ो बबलकेकाला सरच पहिले महडी निमलकेकाला सरच पहिले महडी निमलकेकाला सरच पहिले महडी निमलकेकाला सरच पहिले महडी निमलकेकाला सरच पहिले महडी निमलकेकाला सरच पहिले महडी निमलकेकाला सरच पहिले महडी निमलकेकाला सरच पहिले महडी निमलकेकाला सरच पहिले महडी निमलकेकबो चकलेटी कबो माजा पेटीकबो जाहिं सुरजना मकीन होबाते डिमैंड तोहर अलग बरांड लागो तारू सवखीन होबरगे सुरज से मजा लेला हरकेक्या हर गोला राजा फले बड़ बातारकेकाला सरच पहिले महडी निमलके