पुन्डिरासरेवालामेतो भरदिवालामेतो
पुन्डिरासरेवालामेतो धरदिवाला हो गया
धरदिवाला हो गयामेतो धरदिवाला हो गया
पुन्डिरासरेवालामेतो
धरदिवाला हो गया
अर दिवाना हो गया
धारो सुन्दर रूप न्यारो
भोटा पे मुस्कान है
मन में जाग्यो प्रेम मुश्क लोट पानो हो गया
उन्रा जाग्यो प्रेम मुश्क लोट पानो हो गया
सरेवाला में तो धार दिवाना हो गया
नजर ना हटती हटाई सुन्दर छवी प्यारी घणी
भगती का सागरे में में तो
अब मस्तारी भगती का सागरे में तो
उन्रा जाग्यो प्रेम मुश्क लोट पानो हो गया
अब तो नही कुछ आसबा की धारा बन के रहगया
अब तो नही कुछ आसबा की धारा बन के रहगया
आसरो आसरो धारा बन के रहगया
आसरो आसरो धारा बन के रहगया
अरोहै सिर पर सुन्दर गाणा हो गया।
मेरा सरवाला में तो धर दिवाना हो गया।