पूनित माला होग।
पूनित माला होग।
कोवन सवतीयस जी उड़ा तारा,
बादर पराजया जी उड़ा तारा
जी अब न देखा प्रकोरा,
तारा राजा जी तो खूब हो।
मौल बदलेवाना मौल दोखुबदलारो जी महबूब हो।
सानुज सचीन सुधारबाना ही चाड़ा बपदु सरके डालपा
कौहे परस माता जाना भाणा की कोवणो मौल सवालपा
सानुज सचीन सुधारबाना ही चाड़ा बपदु सरके डालपा
कौहे परस माता जाना भाणा की कोवणो मौल सवालपा
मौर जैब हामनी मन रहे दुसर संभाला हो सावत पीछे पागल बाड़ा सावत लेया हो