प्रीत में खानी है पागर हूँ मैं दोलो तो है और मरवण हूँ मैं
प्रीत है मी ला पृतः है मोहल
प्रीत न होती तो जग न हो तो
प्रीत बिना यो सारु जग है सून हो
प्रीत न होती जग न ही हो तो
प्रीत न होती जग न ही हो तो
तू मारो डोलो भे खारी बर्वण
तू नहीं होती तो में नहीं हो तो
प्रीत न होती यो जग नहीं हो तो
प्रीत बिना यो जग है सूनो
प्रीत न होती जग नहीं हो तो
तू मारी बर्वण ने तारो डोलो
तू मारी बर्वण ने तारो डोलो
मैं तारे ही दिल में बसे
मैं तारे ही दिल में बसे
तू मारे दिल में बसे हो है
सागर से मिले नदिया
थारो मारो मिले हो है या
देखू मैं तने देखू
सोचू मैं तने सोचू
धरती अंबर है जया
थारो मारो मिले हो है या
पीत में खारी है आगए हूं मैं
भोलो तो है और मरवण हूं मैं
पीत है मिरा पीत है मूमल
पीत नहोती यो जग नहो तो
पीत बिना यो सारो जग है सून हो
पीत नहोती जग नहीं हो तो
तू मारो डोलो है मैं तारे मरवण
पीत नहीं हो तो तू मारो डोलो है मैं तारे मरवण
आगा में आपा चाला और सागे सागे जूला
सबन का महीना में आपा तीजा में जाएगा
तू सज के जद चाले मारी नीद उड़ा डाले
हरी सूरत ऐया लागे जाने चांद पुलों को लागे
पीत में चारी पागए हूं मैं डोलो तो है और मरवण हूं मैं
पीत न होती तो जग न होतो
पीत बिना यो सारो जग है सूनो
पीत न होती जग न होतो
पीत न होती जग न होतो
तू मारो डोल में सारी बल्वन