प्रान चाई चोखो ना चाई,
मोरी एकी तोर दुस्तरो लज्जाई
प्रान चाई चोखो ना चाई,
सुन्दरो एशे फिरे जाई, तभी कारलागी मित्भाई सज्जाई
प्राण चायचो खुना चाय,
मुरी एकी तोर दुस्तर लज्जाय,
प्राण चायचो खुना चाय
मुफे नाही निष्चारे भाष,
दहे अंतरे निर्बाको बुन्नी,
उस्थे की निष्ठोर हाश,
तबो मर मेझी करन्दरन तोन्नी,
ববব জেদੋং সিছে हाঈ तबो सोजा जे कनतको सोजा
मिलन समुदर बिलाइ छिळविछे दो जब जरमज्जा
प्रान चाय चोप हुना चाय मरी एकी तोर दुस्तर लज्जा
प्रान चाय चोप हुना चाय सुन्दर ओ एशे फिरे जाय
तवी कार लागी मिठाई शज्जा प्रान चाय चोप हुना चाय
मरी एकी तोर दुस्तर लज्जा प्रान चाय चोप हुना चाय