आज थर बोले स्यारी प्यारे लागे
पियाज़ी मारा पियाज़ी
पियाज़ी धर बोले त्यारी प्यारे लागे
पियाजी मारा पियाजी
पियाज़ी मारा पियाज़ी
चले है साजन नौक्री कांधे धरे बन्दूक
चले है साजन नौकरी कांधे धरे बन्दूक
या संग माने ले चलो या कर दो दो टूक
पियाज़ी भी नाजिया लही लागे
पियाज़ी मारा पियाज़ी
पियाज़ी धर बोले त्यारी प्यारे लागे
पियाज़ी मारा पियाज़ी
साजन फूल गुलाब को और मैं फूला के बास
साजन मारो पर जो और मैं साजन को सास
साजन तुम मत जानी और तुम विछडत मुहे चैन
जैसे बन की लाकड़ी सूखत है दिन गं
आप रहेंगे सेज पे चैल भवर सरदार
रहेंगी हाजिर ये गोरी सज सोडा सिनगार
पियाज़ी हाँ पियाज़ी धरी सूरत प्यारे त्यारे लागे
पियाज़ा मारा पियाज़ी
पियाज़ि धरी गोरी प्यारे त्यारे लागे
पियाज़ी मारा पियज़ी
चम चम चम के बीजली रिम छिम बरसे मेहर
बून्दा चप के प्रेम की भीगे सारी देहर
पियाज़ी धारों संग प्यारों प्यारों लागे
पियाज़ी मारा पियज़ी
पियाज़ि धरी गोरी प्यारे त्यारे लागे
पियाज़ी मारा पियज़ी
पियज़ी धरी गोरी प्यारे त्यारे लागे
पियाज़ी मारा पियज़ी
मारा पियज़ी