बोले नाफ्त चालांगे गोरी दर्सन करके आईए तूबोले नाफ्त चालांगे गोरी दर्सन करके आईए तूएक सरत पैचालूँगी मेरे जुमके गंगने लियाईए तूयो सामन का महीना आया सारे पुडोसी जा वैसेतू पका कनजूस पिया खामे खामने भुपा वैसेयो सामन का महीना आया सारे पुडोसी जा वैसेयो सामन का महीना आया सारे पुडोसी जा वैसेतू पक्का कंजूस पिया खामे खामने भुकावे सेमन कोच ठोकली पीशा की रहना गोरी घबराईए तूएक सरत पैचालूगी मेरे जुमके गंगन लियाईए तूगोरी रहे गोरी रहेपिया हो पिया हो पिया हो पिया होतू पछले साल भी कह था तेरे सारे स्योंत पुगा दियूंगाक्यूं बहुड़ी तू रूस गई तेरे सारे ठाट लगा दियूंगापछले सालदाल भी कह था तेरे सारे से उठ पहुगा द्यूंगारे क्यू गोहोडी तू रूस गई तेरे सारे हट लगा द्यूंगाकोणक्षिकणी चुपडी बातों में नाम बालम मैं मैंने फल्साईये तूएक सृतपाइं चालूँगी मेरे ढूम के तंगन लैये तूएक सरत पैचालूँगी मेरे घुमके तंगन लाईए तूसतीस कुमार पसक कररी मैं कस्मे तेरी आखाऊं सूसिमानी आडे माने गई मैं जल्दी करके आऊं सूभौतंगाजी के कंठारे पै बलल मल कुटे लाईए तूएक सरत पैचालूँगी मेरे जुन के कंगन लाईए तूएक सरत पैचालूँगी मेरे जुन के कंगन लाईए तूचालूँगी मेरे घुमके तंगन जाईए