ये प्यार,
इश्क,
मोहपत क्या है?
रूषे रूः का रब्ध है। और क्या है?
तुम थे यहाँ पे
बात
जुबाँ पे
ठहरी नजर ने कुछ ना कहा।
दिल के इशारे,
राज वो सारे जान गए हो तुम किस तरहाँ?
रूह में
आके ऐसे बसे हो किसे बने दासता?
है प्यार सुफयाना,
मेरा है यार सुफयाना,
मेरा है प्यार सुफयाना,
मेरा है यार सुफयाना,
मेरा है
भरसा गया हूँ,
कैसी हवा मैं उड़ने लगा हूँ
जीने के कितने दर खोलते हो,
बातों में मेरे तुम बोलते हो
दिल के रहा है,
ये जो नशा है,
यूँ ही रहे बस रङ्गा
है प्यार सुफयाना,
मेरा है यार सुफयाना,
मेरा है प्यार सुफयाना,
मेरा है यार सुफयाना,
आखों पे चल के,
खाबों में ढल के,
उत्रे हो मुझे में,
खुद से निकल के,
नम्हों से चुन ले,
सदीयों में बुल ले,
धड़कन हो तेरे, धड़कन से सुन ले,
ख़ाब या प्यार सुफयाना,
यार सुफयाना,
है प्यार सुफयाना,