कि आप प्याजी कैदे गोरी क्या बात है देखिए यह जिंदगी सिर्फ चार दिन की है अच्छा और मैंमेले में घूमना चाहती हूं तो मेले में जाऊंगी तो ही मेरी बात सुनो जीत समझदार में आ रहे हैंपहले में कुछ ना रख्यानहीं बिया जी, आज मैं आपकी बात बिल्कुल नहीं मानूंगी, मैं जाओंगीअपने बच्चां तेट लगाला, कहीं जाने के जर्थ मार्द, अपनी बात कह दे और मेरी बात सुन लेसुन ले मेरी बात बिया जीबेज़ दे मेले ने, बेज़ दे मेले नेसुन मेरे भर तार गूमके आओंगीगूमके आओंगीये जोमेलेवन है दिन चार घूम के आऊंगीकरें के मेले में रह गुण्डों की भर मारे उठा के ले जाँगेउठा के ले जाँगे तेरा कर देंगे सत्कारकरें के मेले मेंमेरी संग सहेली जा रही मैं कैसे रह जाओजो कुछ चाहिए मुझे बताओमैं घर पे ही मनवाऊंकरें के मेले में रह गुण्डों की भर मारे उठा के ले जाँगेउठा के ले जाँगे तेरा कर देंगेक्या कर देंगे सत्कारी करेंके मेले मेंकरेंके मेले मेंजब भी कहूं देख मेले की क्यूं कर मुड हिलावेये बार बार तो है समझाऊँ नहीं समझ में आवेजब भी कहूं देख मेले की क्यूं कर मुड हिलावेवो बार बार तम्याएं समझाऊँ नहीं समझ में आवेमत ना जादा बात बढ़ावे, मत ना जादा बात बढ़ावे, बड़ी बने तप्रारकरे के मेले में, करे के मेले में रहें, खुंडों की भर मारें, उता के ले जाँगे, उता के ले जाँगे, तेरा कर देंगे सतकारकरे के मेले में, करे के मेले मेंबारामो के लिए जाँगेज्वानी उमर में लाते खनकी फिर समय ना आवे ज्ञानी उमर में लाते खनकी फिर समय ना आवे ज्ञानी उमर में लाते खनकी फिर समय ना आवे ज्ञानी उमर में लाते खनकी फिर समय ना आवे ज्ञानी उमर में लाते खनकी फिर समय ना आवे ज्ञानी उमर में लाते खनबाई मनोज डागर धातीर से 1100 रोपे दे रहे हैं अमारी पार्टी के लिए बार बार धन्यवादमेरा भी मनकरें देख दुनिया की रंगत याओ सुन लेतोपे परी हकोर्या जोटी कैसे दूद कड़ाओएक तरीका बतलाओ ले तहन कूट सलवाओपरे के रेडे मेंगुण्डो की भर बार उठा के ले जाँगेउठा के ले जाँगे तेरा कर देंगे सत्कारकरें के मेले मेंमान गई मैं कहीं जो तेने बलम मेरे हर जाईमैंन गई मैं कहीं जो तेने बलम मेरे हर जाईमेरी पात मान ले अपने मरद की हो वा यसल लुगाईठीक समझ में आई मेला चकर सिहिंग बेकारखरे के मेदे में रह कुंडो की भर मारउठा के ले जाँगे तेरा कर देंगे सत्कारी करें के मेले मेंगून के आउंगी ये जो मन है दिन चार बेज दे मेले मेंगून के आउंगी ये जो मन है दिन चार बेज दे मेले में