Music by Roshan Kumar
खणु का कके रोबे ही आराबा
देता धम्की जे मिले ना आईबू
मर जाईबो थाके ज़हरिया
खणु का कके रोबे ही आराबा
पिया जाए दन नाईबू
पिया के करिंग हंगार्वार ऑरदार distitue यतारी?
भावज़ॉ पंच किसा देते हैं ...
कैसे घंंकों।
बाकि उदिल में चुपनी ले रहे
जब हो खेला मोर भी दाई
तुम हो कैले सभी केवल जर
ठी sol wala ziyee
हुंडा जाहरा वास
खाखे रोबे ही आराबा पिया जाए दाना नाई हाराबा
पिया रोबे सर बेला मज़ा बूरी बाओ
बसा दुछार दिन के दूरी बाओ
बसा दुछार दिन के दूरी बाओ
आईता नरेंदर से मिलके एक बेर दूरा दना हमरो जीनि गिया
खण काकाके रोबे ही आराबा पिया जाए दाना नाई हाराबा