हम से भी बतियाओ पियाँ जीया का हाल सुनाओ ना
बावरा मन भटके मोरा कुछे से
समझाओ ना
जीया का हाल सुनाओ ना
जो मैं चाहूँ कहे देना और भले कुछ ना कहेना
आई अब हमको भी तुझ में क्यूँ खोये खोये से रहना
कुछ ख़ब जगा दो आँको में कुछ पलको पे लिख जाओ ना
बावरा मन भटके मोरा पावरा मन भटके मोरा
कुछे से समझाओ ना
हमसे भी बतिआओ पियां जijah का हाल सुनाओ ना
दाल ले अपने रंग में मुझे को प्रीत में तेरी ढल जाऊं मैं
बन जाए तू जोगी मोरा चोगन तेरी बन जाऊं मैं
खिल जाए
कभी मुझे को अंग लगाओना
पाबरा मन भटके मोरा
पतिया उपियार जीया का हाल सुनाओना