महाँ कोईलो
कब हुना काईनी कोटनिया
हम यापा नहागामे
ससुरा में अवतेतू लागाला
हसुवा नहागामे
कब हुना काईनी कोटनिया
हम यापा नहागामे
ससुरा में अवतेतू लागाला
हसुवा नहागामे
नहीं हमारा पेतनी को महाईला तिया चाहित में नहीं मन महाईला
नहीं हमारा पेतनी को महाईला तिया चाहित में नहीं
मना ना कोई लो दिया चाहिए तुम्हें नी
मना ना कोई लो
घामा ने जड़ जाओ ने
कोई लो ने रजिना दाओ
घामा ने जड़ जाओ ने
कोई लो ने रजिना दाओ
अरे रात दिन हमा के खटाई लो
दिया चाहिए तुम्हें नी
मना ना कोई लो
बबा हुना कोई ने कटाई नी
हमा यापा ना है गाहे
ससुरा में आवते तु लगला
हसुवा धहरा है
नहीं हमारा पेतन को मुहाईला
दिया चाहिए तुम्हें नी
मना कोई लो
दिया चाहिए तुम्हें नी
मना कोई लो