केपत्यानाए जायेत्रे मोरा पिन्दुम्पास।
ये नहीं सहे अस दुखले हे सामा।
एक सरी भवन पिया बिन रहेले मूरा रहेलो नो जाये।
सख्यन कर दुखदारुन रेकेपत्याए।
मोर मन हरिहरि नाएगेहे अपनो।
सख्यन कर दुखदारुन रेकेपत्याए जायेत्रे मोरा पिन्दुम्पास।
ये नहीं सहे अस दुखले हे सामा।
सख्यन कर दुखदारुन रेकेपत्याए जायेत्रे मोरा पिला।
सख्यन कर दुखदारुन रेकेपत्याए जायेत्रे मोरा बन्ना।
ये नहीं सहे अस दुखदारुन रेकेपत्याए जायेत्रे मोरा पिन्दुम्पास।
ओकुपुल तजी मधुपुल बस रे कत अपजस लेल लिख्यापती कमिकावल रे धनिधरुपि अपास
माउत तोर मन भावन रे एहि कातिक मास घिय नही सहै अस दुख रे धेल सामवास
ओकुपुल तजी मधुपुल बस रे कत अपजस लेल लिख्यापती कमिकावल रे धनिधरुपि अपास
माउत तोर मन भावन रे एहि कातिक मास घिय नही सहै अस दुख रे धनिधरुपि अपास
माउत तोर मन भावन रे एहि कातिक मास घिय नही सहै अस दुख रे धेल सामवास
माउत तोर मन भावन रे धनिधरुपि अपास