पिसरे
शही कौनेन हूँ
मैं हुसेन हूँ
मैं
हुसेन हूँ
सामने कड़ी फोज को अपना तारफ करवा रहे हैं
पिसरे शही
कौनेन हूँ
मैं हुसेन हूँ
मैं हुसेन हूँ
जहरा का नूरे
एन हूँ
मैं हुसेन हूँ
अगला पिसराब अपनी अजमत में कहते हैं
भी मैं आपके बुबारेक बात देते हूँ बहुत अच्छा सुन रहे हैं आपको
इससे बड़ा शेल मेरे पास नहीं है आप कहते हैं
नाना मेरा शाहे जमन बाबा मेरा खैबर शिकन
इन दो के मैं माबैन हूँ
जो हाथ उठा सका हो
इन दो के मैं माबैन हूँ
अगला फिस्रा मेरे सोच के कत से बड़ा है
नारत वी नारे निसाल नारे निसाल नारे भाईस वी अस्मते भूटे हुसे
मिटते वहाँ अर्मान है
चुकते वहाँ सुलतान है
खाँ जहाँ नालेन हूँ मैं हुसेन हूँ
मैं हुसेन हूँ
मेरी बात अजुल फेरसूल है
मेरी मां जहां में बतूल है
मेरी बाद जुल्पे रसूल है
मेरी मां जहां में बतूल है
दिले मुर्पजा का मैं चैन हूँ
मैं हुसेन हूँ
माशूप भाई
जिंदाबाद
मुर्दाबाद
माशूप भाई
अल्लाजि शिर के सबके आपके दिल में जो मुराद है अल्लाग पूरी फरमाएं
जो मैं शिर देने चला हूँ
आई
वशंस का मैं अमीर हूँ
इससे बड़ा शिर मैं भुता समझा
मैं हुसेन हूँ
मैं वारसे साखलेन हूँ
मैं हुसेन हूँ
हाकिम कहा शबीर ने इस नाम की
तोकीर ने मेराण के तारेन हूँ
मैं हुसेन हूँ