पिर मुहवर तेरे दर पर
हमें ले आई है
हमने भी प्यार निभाने की
मल्सम खाई है
पिर मुहवर तेरे दर पर
हमें ले आई है
शम्मा से मिलने ये परवाना चला आया है
शम्मा से मिलने ये परवाना चला आया है
तो के मजबूर ये जीवाना चला आया है
इश्क आवारा है मजबूर है सोधाई है
पिर मुहाबर तेरे दरपर हमें लिखाई है
पिर मुहाबर तेरे दरपर हमें लिखाई है
पिर मुहाबर तेरे दरपर हमें लिखाई है
पिर मुहाबर तेरे दरपर हमें लिखाई है
पिर मुहाबर तेरे दरपर हमें लिखाई है
आपकी नजरे करम है के उमंगे है जवान
शुक्रियास का बिच होसला पसजाई है
पिर मुहाबर तेरे दरपर हमें लिखाई है
हमें भी प्यार निखाने की कशम ताई है
पिर मुहाबर तेरे दरपर हमें लिखाई है
करते हुए