सूना सूना बावलिया गुलाल बिना
नेक लागेना कुछ हुआ जो के दिना
सूना सूना बावलिया गुलाल बिना
नेक लागेना कुछ हुआ जो के दिना
पिया याई लेना होलिया में यांद पड़ीयो में
परादेशिया बोलोप बिना फ़गुआ ना भावे
परादेशिया बोलोप बिना फ़गुआ ना भावे
मौन के मनाई कतना समझाई
उनका बिना कैसे रांगावा लगाई
छोछने बादानावा बिना सजानावा
डह के घाजानावा बिना सजबा
बोलिया कुयलिया के जिया कुहा कावे
परादेशिया बोलोद मा बिना फ़गुआ ना भावे
कोही के ना हो मरो मरोद सोखियाया
एह साल सूना परोल बावे सडी साया
हारे दील में पीर उठावे आभीर
रोवे लाई अखिया धारे ना धीर
संदेश पंक ज़भुला गईले गावे
परादेशिया बोलोद मा बिना फ़गुआ ना भावे