पिंदी ये शराब सारी दुनिया वें जीजा
तेरा वख़रा ये पीन दाई तंग वें, पीके दारू तू जीज़िया
मैं पुलके जे पीलां, किते सारी ये शराबो
दूरों देख के लंदी ये पस वठनी, तेरी पहन वी साली ये
रंदी दे जवाई तो ना तटनी, तेरी पहन वी साली ये
जदो मेरी पहन जीजा हंदी वें कवारी ची, रभ दी सोनी जी और रूप दी पतारी ची
मुखे ओदा देख के सी चणी शेरी मौदा, जिता सी ओदा रांग वें, पीके दारू तू जीज़िया
कर दाड़ी दीनों ने तसंग वें, पीके दारू तू जीज़िया
है जीज़ा केड़ा कट तेरा साल ये कहाँदा सी, काउलज़ दे बिछों पहले नंबर ते आँदा सी
मार के खंगुरा जितों जानदा सी गा लंग, लग जानदे सी बटोले पिछे चटनी, तेरी पहन भी साल ये
है रंदी देज़ बाई तो ना कटनी, तेरी पहन भी साल ये
साथ दी सी पहने ओनों हासे तू बलाओंदा नहीं, अदी अदी रात तक करें जीज़ा आँदा नहीं
होगा जद कलनु जवाक भी जवान, और ना कटने देने फेर तेरे भंग भे, पीके दारू तू जीज़़ भे
हाई यारां मित रांच बेंद होजे जेहनेर नी, बोले ना बलाई अगोलेंजी मुख भेर नी
एसे गलों बस तेरा बोड मान जीज़़ा, होली होली गया पिछे हट नी, तेरी पहन भी साली है
कादा दी दीनों ने तपांग भे, तेरी पहन भी साली है