लिलवे पवन सिंगे लिलवेजोहिया से पईलू हम आउगा भातार केकाहे भूला गईलू हम पावरे सतार केसान हवे पवन भजा पूरी साना सार केसोमे आना बोललू हम तनको विचार केजोहिया तुम लिलवे पवन सिंगे लिलवेबारे मुरा झाइल तु तबितरी से खिलबेजोहिया से पईलू हम आउगा भातार केकाहे भूला गईलू हम पावरे सतार केसान हवे पवन भजा पूरी साना सार केसोमे आना बोललू हम तनको विचार केजोहिया तुम लिलवे पवन सिंगे लिलवेबाड़े मूरा जाएल तु तभी तरी से खिलबेबाड़े मूरा जाएल तु तभी तरी से खिलबेपवन सिंके लिलबेबाड़े मूरा जाएल तु तभी तरी से खिलबेजोहिया से पहिलु हा महुगा भतार केकहे बुला बहिलु हा पावारे सतार केसान हवे पवन भजा पुरि साना सार केसोमया ना बोललू हा तनको विचार केजोहिया तु मिलोपवन सिंके लिलबे बाडे मूरा जाइल तु तभी तरी से खिलबेपवन सिंके लिलबे धेरे दिने टीकेला ना केहु के गुमानरेकाहे पवन भोईया के कोईले आपा मानरे सुनाले तु बतिया अनुलेयपनी से केके भसतारे गोलू मिथले से तोके देके केजहिया तू खिलबे पवन सिंके लिलबेबाडे मूरा जाइल तु तभी तरी से खिलबेजहिया से पाईलु हा महुगा भतारे के काहे भुला भाईलु हा पाउरे सटारे केशान हवे पवन भज तु दिनेपरिशाना सारके सोमया ना बोललू हो तना को विचारके जो ही आतु मिलबे पवन सिंके लिलबेबाडे मूरा जाइल तु तभी तरी से खिलबे