पावन पवित्र हर सहरों में अनपं प्यारा है काशी
विश्वनादी की पावन नगरी भैरो का दर्बार
खंटा घरी मृतंग मधुरू स्वर्बूजे नितविनसार
हर हर पंपं बोली ऐसा तीरत न्यारा है काशी
विद्यादाब विश्व में उत्तम हिंदु विश्व विद्याले
दुर्गाशी तला संकोशी मईयां के जहासी वाले संकट मोचन मानस मंदिर का है सितारा है काशी
हरी चंद यो दसासे में दो पावन घाट कहाते
मरी कड़ी कापे लाज जला के मुगती बढ़ा रद बाते कभी मली हरन करन जो ऐसा भकती द्वारा है काशी
सित शूल बे वसी है काशी गले मुंड की माला
राजदार से यासी तग जो चंद्रा कार दखाला यही से सव तीरत में तीरत गुला जारा है काशी
सित शूल बे वसी है काशी गले मुंड की माला रद बाते कभी मली हरन करन जो ऐसा भकती द्वारा है काशी
लोटन विश्व धर्म के जीवन से भी प्यारा है काशी
पावन पवितर हर सहरों में यनपंप्यारा है काशी
काशी लोटन विश्व धर्म के जीवन से भी प्यारा है काशी