जबता परचा
साच बोला को उनकम मा कौर बहु लाए ते
छमता परचा वो खाता घरचा करता साथ बरचा रे
साच बोला को उनकम मा कौर बहु लाए ते
खलि हान गेल बड़ गी
अरे सुना पहले
आवे दे पवन जी के सासन में
रोहन बटी सब के रासन में
अरे कुछ विकासों के काम होईगा
आवे दे भाईया के सासन में
लेपटा पदीला देंगे रासन में
अरे तो यूप दिखा जाएगे
जनता के बहुत का विखा हती
लगावता रजा की हो
नहीं अपना ये जनता के
दिलावा दुखाई है हो
सुना कि खूसी होई
मनाओं पहि हे भाईया नेता हो
खाटी माटी भोजा पुरिया
के हव में देता हो
खली कौरा ममा उजो बैठी संसन्ने
अरे ऐसे कभू
आवे दे पवन्ती के सासन में
जिदो इंभटी सब के रासन में
आवे दे भाईया के सासन में
लगटा पर दिला देंगे राजमानी में
सुना यसके संजीव यादा
चली ना काम सूती के
अभी पाता ना तो हरा पा
खेला ना राजनीती के
बुझला
तजलिया मिली उनके पात
गर्दा उडालती है हो
तो तुहां से कहा जानी
नेटा बनके दिखाईती है हो
अगर रहा बबासाना पर ससन नहीं
अरे जन्दा का भलाई के बाता
आवे दे पवन जी के सासन में
जी दोन पटी
सब की
राशन में
पट पट बाती है हो
भाईया के सासन में
लपटा पटी ला देंगे राशन में
हो तो यही सदु सभी बोलता
अरे पवन भाईया जिन्दा बार हो