हरे आजकल की पतो हो की कुछ बोल दाना, ता बाला बुरा मान्जा ताडिसो, हाई देख हम्बाई घर के काम परल बा, आ पता ना कहा बिया, रितू, ए रितू, आरे काहा बारु हो, का आमाजी, का भाईल हो, का करतु हो, सुतल हो का, आरे ना या आमाजी, हम ता घरवा में ख
खाना बनाओ ताडो, हाई तान झाउ लगातो, ठीक बा आमाजी, अरे तानी साफ से लगावो, ए आमाजी काहा चिला तानी, चिला के पुरा गाउं भरके जनावो तानी का, आ सब का कही, कि उजारन के पतो ही आ काम धान धाना करेली, एहिसे सासतना चिला के बोलो ताडी, स
एहि प कहता ना, ता गधो हो क्या बुरा लाग जाई, का हो, इ का हो ता, का हो लभाई, कौन बात भा का, ए भाईया, अरे हम का बताई कि कौन बात भा कौन ना बात भा, बताओ, हाई तोहर महरारु के बस काम खातिन कोहता नी, ता बुरा मानजातिया, हम से उल्टा लोडत
हमारे पर छोड हतिया
हमारे पर छोड हतिया
हमारे पर छोड हतिया
हमारे पर छोड हतिया
हमारे पर छोड हतिया
हमारे पर छोड हतिया
हमारे पर छोड हतिया
हमारे पर छोड हतिया
हमारे पर छोड हतिया
हमारे पर छोड हतिया