हर गॉले गॉले में विकास बोलाता
पूरा जंता केहा भिसावास बोलाता
चोबिस घंटा के जंता लखार होई
शोची पिछा के चाचा के वन्धाँ हाँते हां में
इन
ध्रावारी बुहार दे हाया अपन प्यार न भुलाई है हो
बढ़ना वाल सरकार होई
अरे रम किरपाल चाचा हमरो तुखियों के याधार होई