तो देखिये
पाती लिख करके
रुकमिनी
चोरी चोरी ब्रह्मन को
खत दे देती हैं
और कहने लगी
जाओ मिरे प्राने स्वर को ये पत्र दे देना
तो ब्रह्मन किस प्रकार से जा रहा है
पाती ले कर
ब्रह्मन देखो चली देयो जी
पाती ले कर ब्रह्मन देखो चली देयो जी
ये जी कोई धरो है हमें कोई धरो है द्वारीका
को ध्यान पाती ले कर ब्रह्मन देखो चली देयो जी
ये पाती ले कर ब्रह्मन देखो चली देयो जी
ये पाती ले कर
ब्रह्मन देखो चली देयो जी
ये मंझिल तै करी पोहचो देखो द्वारीका जी
भादे ठीक पाती
बोले हारी बी
प्रैसों जी
ये देखी के पाती बोले हारी बी
प्रैसौं जी