कहिला हो
कहिला हो
अरे बतिया के कावाना पुधा हिल बारो
तो काहे खाति मुहावा फुला हिल बारो
भागस न बारडिया छापिले अरादिया
राते रात भर सेज हुमा चाईला हो
हाई पतरी कमारामु चुकाईला हो
हाई पतरी कमारामु चुकाईला हो
दरद से कमारी आखे सना कहता
रोही रोही मत्था पिया तो नाकाँता
आवा दबादि
नाकाँता
हम भूस में रही ना तु होस में रहू
हम रोसे जजल तु तजोस में रहू
हाँहो
दरद न सहात बाय तोह्रा न बुझात बाय
पतरी कमारामु चुकाईला हो राते रात बार से जहुमा चाईला हो
हाई पतरी कमारामु चुकाईला हो
पुछुकाईला हो
पुछुकाईला हो
पुछुकाईला हो