Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650
मुझे राम नाम के साबुन से जो मन का मेल छुडाएगा
राम नाम के साबुन से जो मन का मेल छुडाएगा
निर्मल मन के दरपण में वह राम के दर्शन पाएगा
जूट कपट निन्दा को त्यागो हर प्राणी से प्यार करो
घर आये अतीती कोई तो यखा शक्ति सतकार करो
पता नहीं किस रूप में आकर नारायन मिल जाएगा
निर्मल मन के दरपण में वह राम के दर्शन पाएगा
राम नाम के साबुन से जो मन का मेल छुडाएगा
राम नाम के साबुन से जो मन का मेल छुडाएगा
निर्मल मन के दरपण में वह राम के दर्शन पाएगा
निर्मल मन के दरपण में वहराम के दर्शन पाएगा
नर शरीर अन मोहलरे प्राणी पर भु किरपासे पाया है
जूठे जग पर पंच में पढ़कर जो पर भू बिसराया है
समय हाथ से निकल गया तो सर धुन धुन पचताएगा
निर्मल मन के दरपण में वहराम के दर्शन पाएगा
राम नाम के साबुन से जो मन का मेल छुडाएगा
निर्मल मन के दरपण में वह राम के दर्शन पाएगा